Saturday 5 November 2011

कुछ हाइकू १ आई संतान बजती बधाईयाँ कन्या रुलाये . २ विवाह अब सात जन्मों का बंध कल तलाक़ ३ झील किनारे बना बड़ा बंगला मैलाए नीर . ४ छोटा सा जुगनू घोर गहन तम साहस बड़ा . ५. सूक्ष्म बीज भी पर हित वृक्ष हो स्वयं खो कर. ६ ये .प्रस्तर नर्म दिल पिघलें निर्झर बनें .

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